Gujarat exit polls 2017 dec,

Gujarat election overview-2017 dec

आज गुजरात के सम्पन हुए जो चुनाव विकास आधरित राजनीतिक से शुरू होकर गलियों फ्रर्जी स्टिंगऑपरेशन से होते हुए वे सवैधानिक पद चुनाव आयोग पर अमर्यादित टिप्पणी के साथ ख़त्म हुआ। जैसे कि चुनाव की शूरूआत में कांग्रेस गुजरात के तीन नए लड़को के साथ मैदान में दम भर रही थी पर बाद में कांग्रेस के नेता की भाषा उनकी बैठक फ्रर्जी स्टिंग ऑपरेशन ने कांग्रेस के दूसरे चरण में उसकी बड़ी फजीहत करवा दी। जैसे की प्रथम चरण के CSDS के सर्वो में कांग्रेस भाजपा से अधिक सीटें लेती दिख रही थी वही दूसरे चरण में खुद कांग्रेस का डब्बा गोल दिखाई देता पाया।वही भाजपा अपने सपनों की दुनियां से वोट पाती नजर आई। मैं विकास के खिलाफ नहीं हूँ पर किसी दलित की खल निकाल दी जाए और किसी मुस्लिम क्षेत्रों में रोजमर्रा की जरूरतो को लेकर लोगों को जूझना पड़े तो चुप नहीं रहा जाता है आगें जिस वडनगर की चाय की दुकान का कायाकल्प किया जा रहा है वही थोड़ी सी दूर एक ऐसी बस्ती भी बसती है जहाँ सड़क पानी घर रोजगार स्वस्थ्य सेवाओं के लिए अभी भी संधर्ष करता पड़ता है ‌ ‌बात बड़ी अजीब सी संसद का सभी नया सत्र चालू नहीं हुआ पर गुजरात में सभी सत्ता पक्ष के बड़े नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केबिनेट मंत्री अरुण जेटली, रविशंकर प्रसाद,स्मृति ईरानी और विपक्ष के सभी बड़े नेता जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कपिल सिब्बल,पी चिनंबरम वहां शामिल थे ऐसा लग रहा था की चुनाव गुजरात का नहीं देश का चुनाव हो।


और हो भी क्यों ना ये चुनाव प्रधानमंत्री मोदी राहुल गाँधी की 2019 में उसकी राजनीतिक विसात तैयार करेगा ऐसा भी बोला जा सकता है कि जिसने गुजरात का रण जीत लिया उसने 2019 का लोकसभा चुनाव जीत किया उसका कारण है कि 2019 का चुनाव विकास जिस का मॉडल खुद गुजरात है साथ ही जी एस टी, नोटबंदी,स्वच्छ सरकार, काम करने वाली सरकार जैसे मुद्दों पर होगा जो अभी गुजरात में चले। इस बार के चुनाव में एजेंडा विकासवाद जातिवाद और मंदिर बनाम मंदिर बनकर रहा गया दोनों ही दलों ने सामजिक विकास का रोडमैप को लेकर बात नहीं की पर यहाँ होता क्या दिख क्या रहा था राहुल गांधी प्रधानमंत्री से सवाल पूछ रहे थे रविशंकर प्रसाद उनसे सवाल पूछ रहे थे पर जनता के रोटी, रोजगार, सरकारी शिक्षा,सरकारी अस्पतालों की मांग, स्वच्छ पेयजल,कुपोषण से छुट्कारा सभी चीजो से गुजरात कब मुक्त होगा। कुछ रोज पहले मैं गुजरात में एक इंजीनियर से बात कर रहा था वहाँ पर युवा खुद का नया काम शूरू नहीं कर पा रहा यदि करता भी है तो चल नहीं पता क्यों टाटा, रिलायंस अडानी के लिए ही कई ना चाह कर काम करना पड़ता है गुजरात के चुनाव के एक दिन पहले जब प्रधानमंत्री और राहुल गाँधी को रोड़ शो करने की इजाजत नहीं मिली वही हार्दिक पटेल बिना किसी पुलिस इजाजत के रोड शो कर रहा है इस बीच चुनाव आयोग की भूमिका का मजाक उड़ाया गया। राहुल गाँधी के भी एक पहले गुजरात के निजी समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू चुनाव आयोग की पकड़ से दूर है प्रधानमंत्री जी आज चल कर वोट यानि रोड शो करते हुए मतदान किया कहने का मतलब है कि वोटिंग के अंतिम समय में भी प्रचार नहीं थमा बहुत समय बाद देश से बूथ घेराबंदी भाजपा और पास दल के लोग की लड़ाई होती पाई गई जो आलोचना की हकदार है।। अंत में यही बोलूँगा सभी एक्जिट पोल में भाजपा फिर से सरकार बनाती दिख रही है उसको आप निम्न प्रकार से समझ सकते है।।
after all discussion i'll give BJP-95-115 and Cong.-60-75

                                                                                                     Vishal kumar
                                                                                                     Election expert on Zamini hakikat

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